21. ये पहली बार ही हो रहा है कि सीहोर जिले से होकर ये केन्द्रीय रेखा निकल रही है । 22. ये पहली बार ही हो रहा है कि सीहोर जिले से होकर ये केन्द्रीय रेखा निकल रही है । 23. क्या होती है ग्रहण की केन्द्रीय रेखा : चंद्रमा की परछांई पृथ्वी पर वृत्ताकार रूप में पड़ती है । 24. प्रत्येक क्षेत्र में केन्द्रीय रेखा से तीन मीटर दूर उसके समानांतर मैदान की पूरी चौड़ाई के बराबर रेखाएं खीची जाती है। 25. प्रत्येक क्षेत्र में केन्द्रीय रेखा से तीन मीटर दूर उसके समानांतर मैदान की पूरी चौड़ाई के बराबर रेखाएं खीची जाती है। 26. गूलरपुरा का वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व इसलिये अधिक है क्योंकि सारे वैज्ञानिक प्रयोग इसी केन्द्रीय रेखा पर किये जाते हैं । 27. गूलरपुरा का वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व इसलिये अधिक है क्योंकि सारे वैज्ञानिक प्रयोग इसी केन्द्रीय रेखा पर किये जाते हैं । 28. ग्रहण की ये केन्द्रीय रेखा सीहोर जिले की दक्षिणी सीमा तय करने वाली नर्मदा नदी के समानांतर होकर जिले से निकलेगी । 29. इस केन्द्रीय रेखा के ठीक नीचे जो गांव पड़ रहा है वो लाड़कुई से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव गूलरपुरा है । 30. ये केन्द्रीय रेखा खातेगांव तथा कन्नौद के ठीक बीच से होकर नसरुल्लागंज तहसील में सीप नदी के पास सूआपानी गांव से प्रवेश करेगी ।