21. पर भारत का इस दिशा में क्रमविकास होने के आसार कम ही दिखते हैं। 22. पर भारत का इस दिशा में क्रमविकास होने के आसार कम ही दिखते हैं। 23. आज हम यहां जीवन के क्रमविकास और तंत्रिकातंत्र की उत्पत्ति से संबंधित अवधारणाओं से गुजरेंगे। 24. अपने क्रमविकास की लंबी राह में मनुष्य और समाज में निरंतर परिवर्तन होते रहे हैं। 25. स्थल मानव जीनोम में सबसे अधिक तेजी से क्रमविकास कर रहे कूट क्षेत्रों में शामिल हैं. 26. पत्थर तुमने तबीयत से उछाला है अब देखते हैं होगा क्या...? क्रमविकास नहीं, मनुष्य को रचा गया 27. चार्ल्स डार्विन (१२ फरवरी, १८०९-१९ अप्रैल १८८२) ने क्रमविकास के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया। 28. क्रमविकास की विभिन्न अवस्थाओं का परावर्तन के स्तरों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह सर्वथा उचित विष्लेषण है ।29. समाज अपने क्रमविकास के दौरान बेहतर को संजोता, उसे और बेहतर करता तथा बेकार को त्याजता चलता है। 30. “ ज्ञ ” की व्युत्पत्ति के बारे में “ देवनागरी लिपि का क्रमविकास ” नामक शोध में स्पष्ट उल्लेख है।