21. इस शाखा के अन्तर्गत किसी भाषा या क्षेत्रीय बोली में पाई जाने वाली क्षेत्रीय एवं भौगोलिक विभिन्नताओं का अध्यन किया जाता हैं। 22. इस शाखा के अन्तर्गत किसी भाषा या क्षेत्रीय बोली में पाई जाने वाली क्षेत्रीय एवं भौगोलिक विभिन्नताओं का अध्यन किया जाता हैं । 23. ठीक से मोलभाव करने के लिए शुद्ध खड़ी बोली का इस्तेमाल करने वाले; सब्जी वालों से क्षेत्रीय बोली में बोलते देखे जाते हैं। 24. जो पहले शायद कभी भी इस क्षेत्रीय बोली से परिचित न हो पाते अगर टीवी सीरियल्स ने इसे लोकप्रिय न बनाया होता. 25. मसलन न तो संस्कृतनिष्ठ और न ही क्षेत्रीय बोली के शब्दों की बहुलता ही लघुकथा के कथ्य के विकास में सहायक बन सकते हैं। 26. आज कहीं ज़रा सा वक्त मिला है सो अपनी इन पंक्तियों से इन्हें क्षेत्रीय बोली में व्यक्त करने का प्रयास किया है:- 27. तिवारी कहते हैं कि अच्छा हो यदि मानक हिंदी को ' खड़ीबोली ' कहा जाए और इस क्षेत्रीय बोली को ' कौरवी '. 28. यहाँ पर इसे क्षेत्रीय बोली में नाम परिवर्तित करते हुए अंग्रेजी और हिंदी / छत्तीसगढ़ी का प्रयोग करते हुए सन्देश पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है; 29. इस आधार पर आज हिंदी भाषा समाज के कोड मैट्रिक्स में स्थानीय बोली, क्षेत्रीय बोली , मानक हिंदी और अंग्रेज़ी शामिल मानी जा सकती है। 30. यों ने क्षेत्रीय बोली छत्तीसगढ़ (अपने भाषा परिवार की बोली) को अपनाया है वे है ः-कंवर, ंिझवार, भूंजिया, धनवार, मैना, बैगा और हल्बा ।