21. क्यूँ भाई हँस क्यूँ रहे हो? ख़याली पुलाव पकाने में अपुन का क्या जाता है? 22. आपको भले ये ख़याली पुलाव लगे, लेकिन मुझे राजनीति और राजनेताओं पर पूरा भरोसा है … 23. आभी जीतने का तो ठिकाना नही है आभी से ही ख़याली पोलाओ बनाना सुरू कर डेए है... 24. इन लोगों से मिलके फ़िल्म का जो मिथ था कि सोचते सोचते बनती होगी, जो ख़याली पुलाव 25. परिवेश: पांच-जीवन के संदर्भ में अपने ख़याली दर्शन पर कई-कई बार आत्ममुग्ध हुआ हूं मैं। 26. कोलम्बो में अपनी कैडिलैक की पिछली सीट पर बैठे-बैठे ख़याली कारनामों में डूबे हुए माउंटबेटन जब दिल्ली आये 27. और ज़बान से हुंकार करते हुए ख़याली बैल को आगे बढ़ाता, फिर ख़ुद भी दौड़ता हुआ चला जाता। 28. सच्चो, तोहरा किरिया खाके बोल रहे हैं!..हमरा बारे में जाने कहंवा से तुम एतना ख़याली खीर रांधते रहती हो.. 29. ख़ंजर ख़जना ख़त ख़तम ख़तरा ख़ता ख़ताई ख़तावार ख़त्म ख़फ़ा ख़बर ख़बरदार ख़ामियाजा ख़याल ख़यालात ख़याली ख़रचा ख़राब ख़राबी ख़रीद 30. काम का अधिकार मानव और लोकतांत्रिक अधिकारों की पहली सीढ़ी है वरना तमाम अधिकारों की बात बेमानी है, महज़ ख़याली पुलाव है।