21. संस्कृत के गण्ड में उभार का जो भाव है वह उसे विशिष्ट बनाता है । 22. इसलिए इस स्थिति को ज्येष्ठा गण्ड और ‘ मूल ' मूल संज्ञक नक्षत्र कहते हैं। 23. कण्ठ (गला), गण्ड (उभार, ग्रन्थि), कण्ड (जोड़) जैसे शब्द एक ही कड़ी के हैं। 24. प्रधानकों में पक्षक बिन्दु की आकृति किसी सीमातक गण्ड के विकास स्तर पर निर्भर करती है. 25. सं स्कृत के गण्ड में उभार का जो भाव है वह उसे विशिष्ट बनाता है । 26. जो व्यक्ति गण्ड योग में जन्म लेते हैं, उन्हें कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है. 27. खजुराहो के मन्दिर में तीन बड़े शिलालेख हैं, जो चन्देल नरेश गण्ड और यशोवर्मन के समय के हैं। 28. खजुराहो के मन्दिर में तीन बड़े शिलालेख हैं, जो चन्देल नरेश गण्ड और यशोवर्मन के समय के हैं। 29. मेरी गण्ड पर लण्ड ऐसे मार रहा था कि जैसे उसका लण्ड किसी मोरी में सफ़ाई कर रहा हो। 30. नायक शब्द की अर्थवत्ता तो कायम रही मगर नायक की अर्थवत्ता वाले गण्ड , गुण्ड जैसे शब्दों की अर्थावनति हुई ।