21. ठीक वैसे, जैसे राजधानी ने चलने से पहले अपनी सीटी से पूरे बीहड़ को गुँजा दिया था। 22. पपिया की पिऊ-पिऊ गुंजन गुँजा रही, कोयल भी मीठी तान सुना रही, तानो के बीच मन है पीर । 23. स्मृतिविहीन भविष्य के लिए कौन कान्हा गुँजा सकता है वंशी की धुन? या कैसे बजेंगी अब झाँझरें रुनझुन? 24. अलोल रानी की सिसकी छूट गई, फिर मारे भय पीर के गुँजा हुई अँखियों भरा मुख ऊपर उठाया: 25. हाऊज देट ' की अपीलों से मुहल्ले को गुँजा रहे होते हैं तब वह होम वर्क कर रही होती है । 26. उनका जी किया कि ‘ मुझे खुशी मिली इतनी कि मन में न समाय ' वाले गीत से दसों दिशाएँ गुँजा दें। 27. यही कारण है कि दीपावली अब विश्व के सुदूर कोनों में भी अंधकार पर प्रकाश की विजय की गाथा गुँजा रही है। 28. ऊँचा सुनने वाला टी वी की आवाज से घर गुँजा देता है और दूसरे का रवीन्द्र संगीत उस शोर में डूब जाता है। 29. ऊँचा सुनने वाला टी वी की आवाज से घर गुँजा देता है और दूसरे का रवीन्द्र संगीत उस शोर में डूब जाता है। 30. बहुत-बहुत बधाई राजेन्द्र जी, दोनों कविताओं के उद्घोष राष्ट्र के मन-प्राणों को गुँजा दें,और नई चेतना का संचार कर देंयही कामना है.