21. सूप खूंटी पर ही होता, रस्सी कुँए की घिर्री पर ही रहती, और उपले दीवार पर ही। 22. नीचे की कल के एक ओर काँटेदार घिर्री होती है, जो ऊपरी कल की घिर्री में फँसी रहती है। 23. नीचे की कल के एक ओर काँटेदार घिर्री होती है, जो ऊपरी कल की घिर्री में फँसी रहती है। 24. ऊपर की घिर्री का संबंध हत्थे से रहता है, जो उस ओर के खंभे से होकर बाहर निकला रहता है। 25. नीचे की कल के एक ओर काँटेदार घिर्री होती है, जो ऊपरी कल की घिर्री में फँसी रहती है। 26. नीचे की कल के एक ओर काँटेदार घिर्री होती है, जो ऊपरी कल की घिर्री में फँसी रहती है। 27. ऊपर की घिर्री का संबंध हत्थे से रहता है, जो उस ओर के खंभे से होकर बाहर निकला रहता है। 28. पैडलों पर पाँव का दबाव पड़ते ही बत्तों द्वारा घिर्री का तागा बानों के रुप में तानों में फँस जाता है। 29. पैडलों पर पाँव का दबाव पड़ते ही बत्तों द्वारा घिर्री का तागा बानों के रुप में तानों में फँस जाता है। 30. जैसे कपड़े बदलते समय ज़मीन पर गिर गई हो घिर्री बनाकर और लापरवाही से उठाकर पटक दी गई हो बिस्तर पर।