21. मगध में नित्य मिलन एवं प्रेम-प्रतीक घटों हैं घाटों चकवा चक्रवाक के जोडे़ को कहते है। 22. दृश्य रहता है तो चक्रवाक के जोड़े का वियोग और जब यह दृश्य नहीं रहता है तब 23. चक्रवाक दो फुट लंबा पक्षी है, जिसके नर ओर मादा करीब करीब एक जैसे ही होते हैं।24. चक्रवाक दो फुट लंबा पक्षी है, जिसके नर ओर मादा करीब करीब एक जैसे ही होते हैं।25. जिस तरह चक्र से सुर्ख़ बना उसी तरह इसी सुरख़ाब के मूल में संस्कृत का चक्रवाक है । 26. पथिक रास्ते में ठहर गए, चक्रवाक के जोडे बिछुड गए, पक्षी अपने घोसलों में चले गए। 27. ध्वनिपरिवर्तन के साथ अनुमानित विकासक्रम-चक्रवाक > शक्रवाक > शर्कवाब > सर्खवाब होते हुए सुरख़ाब हुआ होगा । 28. हि रण्य हंस या सुनहरी हंस के चक्रवाक नामकरण के पीछे दरअसल रंग नहीं बल्कि उसकी विशेष आवाज़ है । 29. चक्रवाक (Casarca rufila) का रंग गाढ़ा नारंगी या हलका कत्थई होता है, लेकिन इसकी गरदन ओर सिर बदामी होता है।30. धूलि उड़ने से दिन में ही रात्रि का भ्रम होने के कारण चक्रवाक दंपति एक दूसरे की प्रतीक्षा करने लगे।