21. मालवीय जी शिक्षा को चरित्र विकास का साधन मानते थे और चाहते थे कि शिक्षा द्वारा ' व्यक्ति ‘ का सर्वांगीण विकास हो। 22. जिस संग्रह के भीतर यह कहानी है, उसकी भूमिका में प्रेमचंदजी ने कहानी में चरित्र विकास को बड़ा भारी कौशल कहा है। 23. उनके चरित्र विकास पर विष्णुस्वामी सम्प्रदाय के भक्ति सिद्धांतों का अधिक प्रभाव पड़ा और इसी कारण उन्होंने प्रेम लक्षणा-भक्ति पर विशेष जोर दिया। 24. शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं बल्कि चरित्र विकास , अनुशासन, संयम और तमाम सद्गुणों के साथ अपने को अप-टू-डेट रखने का माध्यम भी है। 25. शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं बल्कि चरित्र विकास , अनुशासन, संयम और तमाम सद्गुणों के साथ अपने को अप-टू-डेट रखने का माध्यम भी है। 26. अभी घपला ये हो लिया है कि सारी एजुकेशन स्किल डेवलपमेंट में इत्ती बिजी हो गयी है, कि चरित्र विकास की ऐसी तैसी हो ली है। 27. यह निश्चित है कि इस नए धर्मशास्त्र में जो वे काम करते हैं, शिष्टाचार, व्यवहार और चरित्र विकास जहां कुछ भी मतलब नहीं है. 28. प्रणय के सुरक्षा कवच में जीने की इच्छा प्रकट करने वाले स्त्री पात्र को उसके चरित्र विकास के संदर्भ में लेखक ने उसे ' मर्द औरत' तो जरूर कहा है। 29. प्रणय के सुरक्षा कवच में जीने की इच्छा प्रकट करने वाले स्त्री पात्र को उसके चरित्र विकास के संदर्भ में लेखक ने उसे ‘मर्द औरत ' तो जरूर कहा है। 30. इन जरूरतों को एक और परिवार की जरूरतों के लिए उपयुक्त घर का पहला उदाहरण परिभाषित, शहरी बहु नोड में चरित्र विकास के लिए बनाया संगठन की एक मॉडल शुरू.