21. जब हज़रत अब्बास के दोनों बाज़ू कट गए तो उन्होंने पानी से भरी छागल को अपने दातों से पकड़ा। 22. नजर नही आती क्यों पावस? क्यों है धरती रूखी-रूखी? क्यों है खेती सूखी-सूखी? छागल क्यों हो गई विदेशी? पागल क्यों 23. नजर नही आती क्यों पावस? क्यों है धरती रूखी-रूखी? क्यों है खेती सूखी-सूखी? छागल क्यों हो गई विदेशी? पागल क्यों... 24. वे राज्यों को अहिंसक बनने का आह्वान नहीं कर रहे हैं, जनताओं को छागल धर्म की सीख दे रहे हैं। 25. तुम लोग कहते हो-पागल क्या न बोले और छागल क्या न खाए-यह बहुत ही गलत बात है। 26. जिस नन्ही बच्ची की चांदी का छागल मिला था वह बच्ची बड़ी हो चुकीथी और अपने ससुराल चली गई थी । 27. तुम लोग कहते हो-पागल क्या न बोले और छागल क्या न खाए-यह बहुत ही गलत बात है। 28. हवायें? मैंने दीठ फेरी है उन अनाम वृक्षों की पुतलियों पर झँकोरे नहीं, किसी चित्रकार के ब्रश से निकले भगोड़े छागल हैं 29. अब्बास बिन अली छागल को कांधे पर रखकर तलवार चलाते हुए आगे बढ़ते रहे यहां तक कि पानी के किनारे पहुंच गए। 30. मुझे याद आ रहा था पच्चीस वर्ष पहले कुंवे का उड़ाह, बच्ची की छागल , पूजा की लोटकी और गेंद ।