21. इस जंतु का शरीर छिछड़े या शल्क समान छोटे छोटे श्रृंगीय खंडों द्वारा आच्छादित रहता है। 22. इस दुनिया में हर मनुष्य और जीव जंतु का भरण-पोषण, देखभाल ईश्वर कर रहे हैं। 23. वनस्पति और जंतु का पूर्ण उपयोग करने के पश्चात् मनुष्य का ध्यान खनिज पदार्थों की ओर गया। 24. वनस्पति और जंतु का पूर्ण उपयोग करने के पश्चात् मनुष्य का ध्यान खनिज पदार्थों की ओर गया। 25. इस दुनिया में हर मनुष्य और जीव जंतु का भरण-पोषण, देखभाल ईश्वर कर रहे हैं। 26. और कब किस जंतु का माँस खाना पड़ता है, यह न जानना ही बेहतर है. 27. कभी किसी जंतु का कच्चा मांस खाते हैं तो कभी मल-मूत्र तक ही पी जाते हैं.. 28. मैनेजर उपवासी कलाकार की सुखचिल्ली कमर बड़े अचकते हुये पकड़ता ताकि लोगों को उस जंतु का मरगिल्लापन जता सके। 29. मैनेजर उपवासी कलाकार की सुखचिल्ली कमर बड़े अचकते हुये पकड़ता ताकि लोगों को उस जंतु का मरगिल्लापन जता सके। 30. इस स्तनधारी जंतु का माथा होता है जो सीधा खड़ा होता है और इसकी आंखें छोटी छोटी होती है।