21. पंकज सुवीर जी! समीर लाल जी हिन्दी साहित्य के जाज्वल्यमान नक्षत्र हैं। 22. इसी परिवेश में राष्ट्रीय क्षितिज पर माखनलाल चतुर्वेदी रूपी जाज्वल्यमान नक्षत्र का उदय हुआ। 23. हमारे यहाँ कोशकारिता का, ख़ासकर थिसारसोँ का लंबा और जाज्वल्यमान इतिहास है. 24. इसी परिवेश में राष्ट्रीय क्षितिज पर माखनलाल चतुर्वेदी रूपी जाज्वल्यमान नक्षत्र का उदय हुआ। 25. इसी परिवेश में राष्ट्रीय क्षितिज पर माखनलाल चतुर्वेदी रूपी जाज्वल्यमान नक्षत्र का उदय हुआ। 26. अशोक और मिलिंद (मेनैडर) के तुल्य ही कनिष्क का नाम बौद्ध इतिहास में जाज्वल्यमान है। 27. मौजूदा समय में इतिहास का सबसे जाज्वल्यमान विषय है-तो वह है, ज्योतिष विज्ञान। 28. उसके बाद वो पूर्ण जाज्वल्यमान शुभ्रवर्ण में ही आ गया ओर रंग्परिवर्तन कि प्रक्रिया खत्म हुयी. 29. तेज से जाज्वल्यमान उनके नेत्र हिमालय पर्वत पर लगे हुये दो दावानलों का भ्रम उत्पन्न करते थे। 30. एक तरफ आप जहाँ हिन्दी-जगत के जाज्वल्यमान कवि हैं, वहीं आप राजस्थानी साहित्य के लोक प्रचेता भी।