21. (पिछले जनम में) बेटा उच्च ज्ञाति का हो और माँ निम्न ज्ञाति की हो। 22. रेबारी, राईका, देवासी, देसाई या गोपालक के नामसे जानी जाती यह ज्ञाति राजपूत जातिमे से उतर आई है! 23. कार्यक्रम का स्वागतभाषण अशोक सिंह मंच संचालन प्रो सिंहासन सिंह व धन्यवाद ज्ञापन विदुषी ज्ञाति कुमारी ने किया। 24. एक ही ज्ञाति के होने से अपनी प्रतिभा और प्रतिष्ठा का भी हर व्यक्ति को खयाल रखना पडता हैं। 25. ज्ञाति -बन्धुबान्धव आदि की वास्तविकता को समझकर मोहवश उधर आकृष्ट न होते हुए विरक्ति की भावना को जागृत रखना।26. स्व के चार अर्थ हैं-आत्मा, आत्मीय अथवा आत्मसम्बन्धी, ज्ञाति (बन्धु-बान्धव) और धन । 27. माँ निम्न जाति में जाती है और (उसका होनेवाला) बेटा उच्च ज्ञाति में से निम्न ज्ञाति में वापस आता है। 28. माँ निम्न जाति में जाती है और (उसका होनेवाला) बेटा उच्च ज्ञाति में से निम्न ज्ञाति में वापस आता है। 29. कम्प्यूटर शिक्षा के प्रति ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को प्रेरित करने के प्रति गैर सरकारी संस्था ज्ञाति सेवा संस्थान अभियान चला रही है। 30. हर ज्ञाति की उत्पत्ति के बारे में अलग अलग राय होती है वैसे ही इस जाति के बारे मे भी कई मान्यताए है!