21. कथाप्रधान इस त्रैमासिकी में समसामयिक विषयों पर एकाग्र कहानियों व लघुकथाओं का प्रकाशन किया गया है। 22. कथाप्रधान इस त्रैमासिकी में समसामयिक विषयों पर एकाग्र कहानियों व लघुकथाओं का प्रकाशन किया गया है। 23. कथाप्रधान त्रैमासिकी कथाबिंब के समीक्षित अंक मंे अच्छी व पठनीय कहानियों का प्रकाशन किया गय हैै। 24. हिंदी व्यंग्य साहित्य की एकमात्र त्रैमासिकी के इस अंक में विविधतापूर्ण व्यंग्य शामिल किए गए हैं। 25. राजस्थान से प्रकाशित ख्यात त्रैमासिकी संबंोधन के इस अंक में विविधतापूर्ण रचनाओं का प्रकाशन किया गया है। 26. वर्तमान में आप ' मसि-कागद प्रयास ट्रस्ट' की साहित्य्क त्रैमासिकी का ११ वर्ष से निरन्तर संपादन कर रहे हैं. 27. 44 वर्ष पुरानी राजस्थान से प्रकाशित साहित्यिक त्रैमासिकी संबोधन का समीक्षित अंक पहली नज़र में आकर्षित करता है। 28. ‘ सरस्वती सुमन ' त्रैमासिकी के शीघ्र प्रकाश्य ‘ हाइकु विशेषांक ' का सम्पादन भी आप कर रही हैं। 29. ' तत् वमसि ' (2004) के संपादन के बाद ' संवदिया ' त्रैमासिकी का निजी तौर पर संपादन-प्रकाशन। 30. वर्तमान में आप ' मसि-कागद प्रयास ट्रस्ट ' की साहित्य्क त्रैमासिकी का ११ वर्ष से निरन्तर संपादन कर रहे हैं.