21. पर मानसून दगाबाज़ निकला और उसकी देरी से राज्य का एक बड़ा भाग सूखे की चपेट में आ गया था. 22. कि जानती हूँ कितना मुश्किल है मुझ पर गुस्सा होना. पटना... ऐसा बेमुरव्वत... ऐसा जालि म... ऐसा दगाबाज़ शहर... 23. झूठे वादे कहीं से, कहीं से सिर्फ़ झूठे दिलासे ले आया, गया जहाँ कहीं भी, हर दफा, किसी दगाबाज़ से मिल आया । 24. लाहनत है कुछ और नहीं, क्या रिवाज क्या रीति है क्या है क़ानून? जो दे सज़ा, एसे दगाबाज़ को समाज के................ 25. लो बुझा लेती हूँ अरमानों की इस कसकती लौ को दफ़ना देती हूँ तुझमें ही इन दगाबाज़ चाहतों को. बहुत अच्छे शेर हैं... 26. वह जिस दिन बेदार होकर कुरआन को खुद पढ़ेगा तब समझेगा कि इसका खालिक तो दगाबाज़ खुद साख्ता अल्लाह का बना हुवा रसूल मुहम्मद है. 27. ' पिया रखिह सेनुरवा के लाज '' बैरी कंगना, ' दगाबाज़ बलमा ' इसी दौर में आई।ये फिल्में कही-न-कही भोजपुरी समाज की सही तस्वीर प्रस्तुत करती थी। 28. झूठे और दगाबाज़ पहुंचे है शासन पर, सच्चे इन्सान को जो एक सपना बेईमान लगता है, आम जानता में है एकता की कमी, इनका हाल मुझे लहूलुहान लगता है. 29. तरह-तरह की दलाली करने वाले इन दगाबाज़ बाबाओं के खिलाफ समाज एक सशक्त मुहिम चलाए, तो समाज के साधुओं एवं संतो द्वारा भी इस मुहिम का स्वागत ही होगा। 30. मेरे दर्द पे वाह-वाह करते हैं वोह लगता था कि उसके आने से सब्र टूटेगा बस कुछ न, कम से कम एक दम देखेंगा सही, लेकिन बदला ना, दगाबाज़ निकला