21. धारामापी का संकेतक कुंडली में धारा की व्युत्पत्ति का संकेत करता है।22. धारामापी के समान्तर समुचित मान वाला छोटा प्रतिरोध (इसे शंट कहते हैं)23. पर देते हैं जिससे धारामापी का दर्पण इधर उधर दोलन करता है। 24. प्रेरित वि. वा.ब. को एक सुग्राही विश्लेषण धारामापी (voltameter) द्वारा मापा जा सकता है। 25. इसलिए इसी सिद्धांत पर आधारित एक दूसरा धारामापी बना, जिसे हेल्महोल्ट्स गैलवेनोमीटर ( 26. इस परिवर्तन के फलस्वरूप यह धारामापी अधिक सूक्ष्मग्राही और यथार्थ हो जाता है। 27. अर्थात् धारामापी में बहनेवाली धारा विक्षेप कोण के स्पर्शज्या के समानुपाती होती है। 28. इस प्रकार का सरल स्पर्शज्या धारामापी यथेष्ट रूप से सूक्ष्मग्राही और यथार्थ नहीं होता। 29. अधिक सूक्ष्मग्राही धारामापी बनाने के लिए एक नया सिद्धांत प्रयोग में लाया जाता है। 30. इस रीति से उत्पन्न विद्युद्धारा को उपयुक्त धारामापी द्वारा अभिलिखित कर लिया जाता है।