21. उत्तरी गोलार्द्ध में ध्रुवीय ज्योति को उत्तर ध्रुवीय ज्योति और दक्षिणी गोलार्द्ध में इसे दक्षिणी ध्रुवीय ज्योति कहा जाता है। 22. उत्तरी गोलार्द्ध में ध्रुवीय ज्योति को उत्तर ध्रुवीय ज्योति और दक्षिणी गोलार्द्ध में इसे दक्षिणी ध्रुवीय ज्योति कहा जाता है। 23. यह सौर चक्र पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में ध्रुवीय ज्योति और रेडियो ब्लैक आउट जैसे व्यवधानों से संबंधित होता है। 24. पृथ्वी के 100 किलोमीटर ऊपर उन के विस्फोट के परिणाम स्वरूप एक ध्रुवीय ज्योति का प्रकाश पुंज दिखाइ देता है. 25. इस टकराहट के कारण ही ध्रुवीय प्रदेशों में ध्रुवीय ज्योति दिखाई देती है जो पृथ्वी पर अन्यत्र कहीं भी दिखाई नहीं देती। 26. सौर पवन: सूर्य द्वारा अंतरिक्ष मे प्रेषित आयन युक्त गैस संहति यह ध्रुवीय ज्योति (प्रकाश पुंज) के बनने में सहायक होती है। 27. सौर पवन: सूर्य द्वारा अंतरिक्ष मे प्रेषित आयन युक्त गैस संहति यह ध्रुवीय ज्योति (प्रकाश पुंज) के बनने में सहायक होती है। 28. भू-धारा तूफान, चुबंकीय तूफान और ध्रुवीय ज्योति की घटनाओं का समय एक ही होता है तथा इनका प्रादुर्भाव विश्वव्यापी और एक साथ होता है। 29. भू-धारा तूफान, चुबंकीय तूफान और ध्रुवीय ज्योति की घटनाओं का समय एक ही होता है तथा इनका प्रादुर्भाव विश्वव्यापी और एक साथ होता है। 30. सौर पवन: सूर्य द्वारा अंतरिक्ष मे प्रेषित आयन युक्त गैस संहति यह ध्रुवीय ज्योति (प्रकाश पुंज) के बनने में सहायक होती है।