21. दूर विस्तीर्ण संगम का पाट निरभ्र आकाश की चाँदनी से नहा रहा था. 22. इस निरभ्र नीलांतरिक्ष की निर्झर मंजुषा में सर्ग-प्रलय के पुराव्र्त्त जिसमें समग्र संचित हैं. 23. इस निरभ्र नीलांतरिक्ष की निर्झर मंजुषा में सर्ग-प्रलय के पुराव्र्त्त जिसमें समग्र संचित हैं. 24. ** स्वच्छ निरभ्र आकाश! पूर्ण चन्द्र अपनी पूरी द्युति से चमक रहा है. 25. पर आसमान अभी निरभ्र नहीं हुआ, उग आया चाँद अब उस ओर संकेत कर रहा है। 26. अपने चौकोर सहन के ऊपर फैले निरभ्र आकाश में उसे असंख् य तारे टिमटिमाते दिखाई दिये। 27. स्मृतियों में निरभ्र शांति मैं संतृप्त रहने की चेष्टा में हूं स्मृतियों का शोर जारी है। 28. पर आसमान अभी निरभ्र नहीं हुआ, उग आया चाँद अब उस ओर संकेत कर रहा है। 29. वरकला के निरभ्र तट पर एक शांत रिजॉर्ट है, जहां खनिज जल का एक सोता है। 30. अनुभव के निरभ्र आकाश में केवल चाँद ही नहीं, उनकी कविता भी उड़ान भरती है-उन्मुक्त और निर्भार।