21. दृढ़ व्रत औ ' दुर्दम साहस के जो उदाहरण थे मूर्ति-मंत? पर निरवधि बंदी जीवन ने जिनकी धुन का कर दिया अंत! 22. “ उपतस्यते कोपि समान धर्मा कालोअपि निरवधि विपुलांच पृथ्वी ”-कभी तो मुझे समझने वाला कोई होगा, काल निरवधि है और धरती विशाल. 23. “ उपतस्यते कोपि समान धर्मा कालोअपि निरवधि विपुलांच पृथ्वी ”-कभी तो मुझे समझने वाला कोई होगा, काल निरवधि है और धरती विशाल. 24. ” उपतस्यते कोपि समान धर्मा कालोअपि निरवधि विपुलांच पृथ्वी “-कभी तो मुझे समझने वाला कोई होगा, काल निरवधि है और धरती विशाल. 25. ” उपतस्यते कोपि समान धर्मा कालोअपि निरवधि विपुलांच पृथ्वी “-कभी तो मुझे समझने वाला कोई होगा, काल निरवधि है और धरती विशाल. 26. :) बहुत सी बाते हैं आईये हम एक साझा प्रोजेक्ट करें-मेरे साथ एक शोध पत्र लिखना चाहेगीं..जब चाहें...कालो वधि निरवधि . 27. हम काल के अनन्त प्रवाह में (कालोहि निरवधि :) विपु पृथ्वी (विपुला च पृथ्वी) पर तैरते एक बिन्दु हैं: 28. सन्तप्त, अति सन्तप्त. युगों से विकल. मुझे तो लगता है कि निरवधि काल केप्रस्थान-बिन्दु से ही यह विकल पक्षी उदास कंटकित डाल पर बैठा है. 29. सन्तप्त, अति सन्तप्त. युगों से विकल. मुझे तो लगता है कि निरवधि काल केप्रस्थान-बिन्दु से ही यह विकल पक्षी उदास कंटकित डाल पर बैठा है. 30. अन्त तक उनका भवभूति जैसा यह विश्वास भी नहीं टूटा कि काल निरवधि है और ‘धरित्रिा विपुला ' कभी-न-कभी, कोई न कोई मेरा समान-धर्मी होगा ।