21. गणेश दिव्यता की निराकर शक् ति हैं, जिनको भक् तों के लाभ के लिए एक शानदार रूप में प्रकट किया गया है । 22. इसी प्रकार अग्नि के समान ही निर्गुण, निराकर परब्रह्म परमात्मा सर्वत्र चराचर में पूर्णतया व्याप्त होते हुए भी वह तुम्हारे किसी काम का नहीं है। 23. फर्नीचर कमरे में भरा है और फर्नीचर के काष्ठ में निराकार अग्नि है, पर उस कमरे का अंधकार उस व्यापक निराकर अग्नि से नहीं हटता। 24. इसी प्रकार अग्नि के समान ही निर्गुण, निराकर परब्रह्म परमात्मा सर्वत्र चराचर में पूर्णतया व्याप्त होते हुए भी वह तुम्हारे किसी काम का नहीं है। 25. निराकर , निर्विकार, व्यापक दृक् या पुरूषतत्व का प्रतीक ही लिङग है और अनन्त ब्रहमाण्डोत्पादिनी महाशक्ति प्रकृति ही योनी, अर्घा या जलहरी है।26. फर्नीचर कमरे में भरा है और फर्नीचर के काष्ठ में निराकार अग्नि है, पर उस कमरे का अंधकार उस व्यापक निराकर अग्नि से नहीं हटता। 27. फर्नीचर कमरे में भरा है और फर्नीचर के काष्ठ में निराकार अग्नि है, पर उस कमरे का अंधकार उस व्यापक निराकर अग्नि से नहीं हटता। 28. कबीर ने निराकर ब्रम्ह और सर्वव्यापी ईश्वर की महिमा का गान किया और इन दोनों से अलग अपनी विशिष्ट शैली में चिंतन का प्रतिपादन किया । 29. इसी प्रकार अग्नि के समान ही निर्गुण, निराकर परब्रह्म परमात्मा सर्वत्र चराचर में पूर्णतया व्याप्त होते हुए भी वह तुम्हारे किसी काम का नहीं है। 30. इस अवसर पर निरंकारी मिशन के प्रसिद्व कलाकार गीतकार विनोद साई ने अपने साथियों के साथ मैं में अहंकार होता है तू मैं निराकर होता है।