21. सामाजिक बुद्धिसंपन्न व्यक्ति अन्य व्यक्तियों के साथ सुचारु संबंध बना रखने की कला और नैपुण्य ये युक्त होता है। 22. अभिवृत्ति से हमारा तात्पर्य किसी कौशल विशेष में नैपुण्य प्राप्त करने की व्यक्ति की अप्रकट और अविकसित योग्यता से है। 23. अभिवृत्ति से हमारा तात्पर्य किसी कौशल विशेष में नैपुण्य प्राप्त करने की व्यक्ति की अप्रकट और अविकसित योग्यता से है। 24. अभिवृत्ति से हमारा तात्पर्य किसी कौशल विशेष में नैपुण्य प्राप्त करने की व्यक्ति की अप्रकट और अविकसित योग्यता से है। 25. “इस तरह आज हमारी शिक्षा व्यवस्था से ऐसे लोग बाहर निकल रहे हैं, जिन्हें किसी भी भाषा में नैपुण्य नहीं है। 26. वे भूल जाते हैं धनसंपदा-जमीन-जायदाद तो कानूनन विरासत में मिलती है, लेकिन किसी विषय में महारत या नैपुण्य नहीं । 27. या तो आप साहित्यिक पंडित होते, या लेखकों के उच्च सम्प्रदाय के सदस्य, या फिर अपने क्षेत्र में उन्मादपूर्ण नैपुण्य से भरे। 28. कौशल के नैपुण्य में ही हमारा कुशल है और सार्वजनिक उद्देश्य के प्रति समर्पित कुशल ही मानवता के लिये मंगल होता है। 29. ' दोहा मंजरी' के रचनाकार श्री गजाधर कवि ने दोहा के २३ प्रकारों का वर्णन एक छंद में कर अपने नैपुण्य का परिचय 30. या तो आप साहित्यिक पंडित होते, या लेखकों के उच्च सम्प्रदाय के सदस्य, या फिर अपने क्षेत्र में उन्मादपूर्ण नैपुण्य से भरे।