21. नाते मनुष्य प्राय पशु-बल या हिंसा पर उतारू हो जाता है और पशुवत् 22. वे राणाशाही की सरकार की सहायता से मिल-मजदूरों के साथ पशुवत् व्यवहार करते। 23. उसका पशुवत् व्यवहार पृथ्वी के अन्य जीव जंतुओं से उसे अलग नहीं करता था. 24. उसका पशुवत् व्यवहार पृथ्वी के अन्य जीव जंतुओं से उसे अलग नहीं करता था. 25. मत्त नर की मूढ़ता की उसकी पशुवत् लिप्साओं की और उस अहंकारी व्यक्तित्व की 26. आहुतियाँ देती हैं मत्त नर की मूढ़ता की उसकी पशुवत् लिप्साओं की और उसके 27. एकदम स्वाभाविक है इसीलिए तो मैं कह रहा हूँ, पशुवत् , विवेक से परे। 28. षिक्षा बिन पशुवत् है जीवन, दे षिक्षा इंसान बनाया, तुमने तुम्हें प्रणाम गुरू जी । 29. यह मनुज जन्म पशुवत् बितायें न हम, श्रेष्ठ है तो उसे सभ्यता से जियें। 30. गेरुआ वस्त्र धारण करने मात्र से ही पशुवत् आदमी को लोग संत मान लेते हैं।