21. तब इस देश में क्या बचेगा! पशु रूप शरीर में असंस्कारित पशु आत्मा का ताण्डव होगा। 22. सूर्य-परमेष्ठी आदि मण्डलों से जो रस पृथ्वी पर आते हैं, वे ही पशु रूप ग्रहण करते हैं। 23. सूर्य-परमेष्ठी आदि मण्डलों से जो रस पृथ्वी पर आते हैं, वे ही पशु रूप ग्रहण करते हैं। 24. इस देश की मुख्य समस्या यह है कि मनुष्य ही मनुष्य का पशु रूप में दोहन करता है। 25. विज्ञान के साथ-साथ साहित्य पढने वाले विद्यार्थी भी उच्च पदों पर आयें कलाविहीन मानव पशु रूप में और न बढने पाएँ... 26. जब इंसान का विवाह होता है और पति पत्नी जब पहली बार संभोग करते हैं तो वो पशु रूप में हो जाते हैं। 27. हम पुरुष रूप मे पुरुष है स्त्री रूप मे हम स्त्री है पशु रूप मे हम पशु है कीडे के रूप मे हम कीडे है। 28. इस पशु रूप मानव जीवन को दो अर्धेन्द्र मिलकर न केवल पूर्णता देते हैं, बल्कि पशु भाव से बाहर निकलने का प्रयास भी करते हैं। 29. इस पशु रूप मानव जीवन को दो अर्धेन्द्र मिलकर न केवल पूर्णता देते हैं, बल्कि पशु भाव से बाहर निकलने का प्रयास भी करते हैं। 30. तो भगवान विष्णु ने आधा नर और आधा पशु रूप में अवतार लेकर संध्याकाल में उसके महल की दहलीज पर उसका वध अपने तीक्ष्ण नखों द्वारा किया था।