21. प्रयुक्ति को गतिशील सामाजिक पृष्ठभूमि पर भाषा-व्यवहार की अनुकूलित विशिष्टता कहा जा सकता है।22. राजभाषा हिन्दी: विवेचना और प्रयुक्ति (गूगल पुस्तक ; लेखक-डॉ किशोर वासवानी) 23. प्रयुक्ति को गतिशील सामाजिक पृष्ठभूमि पर भाषा-व्यवहार की अनुकूलित विशिष्टता कहा जा सकता है।24. है और शब्दों को लोकप्रिय करके किसी प्रयुक्ति का अंग बना देना दूसरी बात 25. विषयवस्तु, माध्यम तथा वक्ता-श्रोता संबंध के आधार पर प्रयुक्ति के स्वरूप का निर्धारण होता है। 26. इतना ही नहीं सामान्य क्षेत्रीय शब्द इस प्रयुक्ति के विशिष्ट शब्द बन जाते हैं. 27. भाषा की क्लिष्टता उसकी प्रयुक्तिगत संरचना के साथ ही प्रयुक्ति मात्रा पर निर्भर होती है। 28. तंजौर शैली की चित्रकारी में प्रयुक्ति स्वर्ण पत्रकों की चमक और आभा सदैव बनी रहेगी। 29. शायद इन्हीं लोगों के लिए हमारी संस्कृति में पशु शब्द प्रयुक्ति की पंरपरा है । 30. शायद इन्हीं लोगों के लिए हमारी संस्कृति में पशु शब्द प्रयुक्ति की पंरपरा है ।