21. ज्ञानार्जन करने के बाद शुभ-कार्य में प्रवृत्त होना , प्रमाणित होना-यह वेतन-भोगिता के साथ संभव नहीं है। 22. इसलिए आलोचना और इतिहास की तरफ प्रवृत्त होना परिवेश और समय के दबाव के फलस्वरूप संभव हो सका। 23. कल्पना से वास्तविकता में जाने के लिए यदि प्रयत्न होता है तो अध्ययन के लिए प्रवृत्त होना होता है। 24. धन को बचाना ही कठिन होता है अतः इन्हें जोखिम उठाना सीमित कर धन बचाने की ओर प्रवृत्त होना चाहिए। 25. रों का कहना है शस्त्र द्वारा राष्ट्र की रक्षा हो जाने पर ही शास्त्र की चिंता में प्रवृत्त होना चाहिये. 26. इतनी लंबी खामोशी के बाद किसी भी रचनाकार का पुनः लेखन की ओर प्रवृत्त होना प्रशंसा की बात है. 27. धन को बचाना ही कठिन होता है अतः इन्हें जोखिम उठाना सीमित कर धन बचाने की ओर प्रवृत्त होना चाहिए। 28. धन को बचाना ही कठिन होता है अतः इन्हें जोखिम उठाना सीमित कर धन बचाने की ओर प्रवृत्त होना चाहिए। 29. यह कार्य इतना महत्वपूर्ण है कि इससे पे्ररणा लेकर अन्य विद्वानों को साहित्यिक पत्रिकाओं के इतिहास लेखन में प्रवृत्त होना चाहिए। 30. यदि हम ऐसा न कर सकें तो हमें पशुओं के स्तर पर ही अपने को समझना पड़ेगा ।कैसे प्रवृत्त होना ।