21. हवा या निर्वात के कोर वाली बहुत लम्बी परिनालिका का प्रेरकत्व (लगभग) निम्नलिखित सूत्र से दिया जाता है: 22. संधारित्र और प्रतिरोध के उचित समंजन से प्रेरकत्व का मान बड़ी ही सुगमता से ज्ञात हो जाता है। 23. कुंडली के प्रेरकत्व के कारण ये उच्च आवृत्ति की प्रत्यावर्तीं धारा के मापनकार्य में नहीं प्रयुक्त किए जा सकते। 24. इन्होंने विद्युतचुम्बकीय प्रेरकत्व की खोज की थी, तभी जब इसी की खोज माइकल फैराडे (1791-1867) ने इंगलैंड में की थी. 25. धारिता की भाँति ही किसी कुंडली का प्रेरकत्व हम कई प्रकार के सेतुओं की सहायता से ज्ञात कर सकते हैं। 26. इन्होंने विद्युतचुम्बकीय प्रेरकत्व की खोज की थी, तभी जब इसी की खोज माइकल फैराडे (1791-1867) ने इंगलैंड में की थी. 27. जहाँ (L) प्रेरक का प्रेरकत्व (inductance), (C) संधारित्र की धारिता (capacity) तथा (f) ग्राह्य संकेत (तथा समस्वरित परिपथ की भी) आवृत्ति है। 28. मन उदास रहने पर उसमें स्फूर्ति, उत्साह और प्रेरकत्व समाप्त हो जाता है, अतः योगसाधना में विशेष अभिरूचि नहीं रहती है। 29. इस सेतु की विशेषता यह है कि कुंडली के प्रेरकत्व का मूल्य उसके क्रोड की भिन्न भिन्न चुंबकीय दशाओं में निकाला जा सकता है। 30. इस प्रकार के उपकरण में कई सेतु एक ही साथ बने होते हैं जिस कारण एक ही उपकरण से प्रतिरोध, धारिता, और प्रेरकत्व नापे जा सकते हैं।