21. भारत ने अपने रिएक्टर खुद डिजाइन किए हैं और वह एक फास्ट ब्रीडर रिएक्टर विकसित कर रहा है। 22. में फास्ट ब्रीडर टेक्नोलॉजी के अनुसंधान और विकास के लिए चेन्नई के कालपक्कम में इसकी स्थापना की गई। 23. भारत आज विश्व का सातवाँ तथा प्रथम विकासशील देश है जिसके पास उत्कृष्ट फास्ट ब्रीडर प्रजनक प्रौद्योगिकी मौजूद है। 24. चूँकि पाकिस्तान केपास थोरियम का भंडार नहीं है अतः प्लूटोनियम-थोरियम फास्ट ब्रीडर काप्रश्न पाकिस्तान के लिए उठता ही नहीं है. 25. फास्ट ब्रीडर रिएक्टर अपना परमाणु ईंधन यूरेनियम-238 खर्च करने के साथ ही नया ईंधन प्लूटोनियम-239 पैदा करता है।26. मिश्रित प्लूटोनियम यूरेनियम कार्बाइड ईंधन पर आधारित फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर जो कि विश्व में इस प्रकार का एकमात्र रिएक्टर है। 27. दूसरी बात, एक फास्ट ब्रीडर रिएक्टर तकनिकी अभी विकास के दौर में है, जिसमें थोरियम ईंधन के तौर पर इस्तेमाल में आएगा. 28. जर्मनी का पहला फास्ट ब्रीडर रिएक्टर अरबों की लागत से 199 ० वाले दशक में ही बन कर तैयार हो गया था। 29. इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (आईजीसीएआर) द्वारा डिजाइन किए गए सोडियम कूल्ड इस फास्ट ब्रीडर में कुल तीन पात्र हैं। 30. जापान ही संसार का एकमात्र ऐसा देश भी है, जिसे फास्ट ब्रीडर रिएक्टर तकनीक को अपनाने में तनिक भी संकोच नहीं है।