21. बड़का लइका परदेस में बढ़ईगिरी करता अउर दुगो बेटवा एहर-ओहर मजूरी कके आपन जीवन चलावत बाने। 22. बच्चे गड्ढ़े खोदते, पेड काटते, बोझा ढोते और बढ़ईगिरी तथा मोची का काम सीखते। 23. बड़ी तादाद में छोटे बड़े औजार उन के बढ़ईगिरी वर्कशाप में तैयार कि गए हैं । 24. सुफुथाई थाछङ शहर के सुपसिद्ध कारीगर हैं, उन की बढ़ईगिरी उत्तम और विशेष विरल है । 25. कभी साठ बीघे जमीन के काश्तकार 62 साल के ज्ञान चंद राघव अब बढ़ईगिरी करते हैं. 26. असल में तावर जाति की बढ़ईगिरी की विशेष तकनीक खात्मासन्न हो रही है, बुजुर्ग क्वो. 27. दिल्ली के दरियागंज में एक गरीब परिवार में जन्मा टुंडा वैसे तो गाजियाबाद के पिलखुवा में बढ़ईगिरी करता था। 28. बढ़ईगिरी , सुनहरी, मुद्रणकला, धातुकला, सिरोमिक और आंतरिक सज्जा इत्यादि कलाएं आज व्यवसायिक रूप ले चुकी है।29. क्या सैम की यह बढ़ईगिरी विकास को भी जातिगत शिनाख्त देने की दरकार को खतरनाक अंजामों तक नहीं ले जाएगी। 30. उन की बढ़ईगिरी वंशगत रूप से बरकरार रही है, जिस का कई सौ साल लम्बा इतिहास रहा है ।