21. टिम्सी जी,, एक लाइन हमेशा कचोटती है इतना पैसा बर्फ सा जमा है और ये खादी में जीवन गुजारते हैं! 22. टिम्सी जी,, एक लाइन हमेशा कचोटती है इतना पैसा बर्फ सा जमा है और ये खादी में जीवन गुजारते हैं! 23. शीर्षक छल-छल, छल से छलक गया, कोई छल गया/ वर्षों से जो यकीं था उनपर बर्फ सा पिघल गया/ कोई छल गया। 24. आज जो चमकते दीखते हैं उन्होंने भी भोगे हैं प्रतिशोध भीतर-भीतर खौले हैं बर्फ सा जमा हुआ उन पर युगों का अवसाद है 25. पूरी रात पिघलता रहा हूँसमूचा दिन जम कर थमा रहाएक हलकी सी चिन्गारीएक ठंडी बर्फ सा अहसासदोनों ही की कशमकश जीनें नहीं देती.. 26. बर्फ सा जीवन अद्भुत है एक अकेला भूला सा वेद मन्त्र हूँ खामिओं से लथपथ लोक तन्त्र हूँ कितनी बडी और गहरी बात कही है।27. शीर्षक छल-छल, छल से छलक गया, कोई छल गया / वर्षों से जो यकीं था उनपर बर्फ सा पिघल गया / कोई छल गया। 28. पूरी रात पिघलता रहा हूँ समूचा दिन जम कर थमा रहा एक हलकी सी चिन्गारी एक ठंडी बर्फ सा अहसास दोनों ही की कशमकश जीनें नहीं देती.. 29. शीतल हवा और बर्फ सा ठंडा पानी देने वाले बांज जैसे सबसे अनमोल मित्र को हमने अच्छी क्वालिटी के कोयले के लिए लालच की भट्टी में झोंक दिया । 30. शीतल हवा और बर्फ सा ठंडा पानी देने वाले बांज जैसे सबसे अनमोल मित्र को हमने अच्छी क्वालिटी के कोयले के लिए लालच की भट्टी में झोंक दिया ।