21. -(बहुपतित्व की दोषी स्त्री को पत्थर मारकर मृत्युदंड दिया जाता है-इस के अलावा इसका कोई प्रमाण है? 22. तन वारना कम से कम भक्ति काव्य की भक्ति का उपादान नहीं है और बहुपतित्व राजपुताने में मध्ययुग में प्रचलित नहीं था। 23. वहां उर्वरा जमीन की कमी के कारण बहुपतित्व प्रथा या महिला लामा की प्रथा चलती थी, अभी भी कुछ् चल रही है। 24. -(बहुपतित्व की दोषी स्त्री को पत्थर मारकर मृत्युदंड दिया जाता है-इस के अलावा इसका कोई प्रमाण है? 25. वहां उर्वरा जमीन की कमी के कारण बहुपतित्व प्रथा या महिला लामा की प्रथा चलती थी, अभी भी कुछ् चल रही है। 26. आगे वह ऐसे चार कारण देता है जिनके मुताबिक बहुपत्नीत्व की आज्ञा क्यों दी गई है तथा बहुपतित्व की आज्ञा क्यों नहीं है- 27. आगे वह ऐसे चार कारण देता है जिनके मुताबिक बहुपत्नीत्व की आज्ञा क्यों दी गई है तथा बहुपतित्व की आज्ञा क्यों नहीं है- 28. ये परिस्थितिजन्य प्रमाण सिद्ध करते हैं कि बहुपतित्व द्रौपदी के लिए एक सहज प्रथा है और इसीलिए वह इसका सहज और सफल निर्वाह कर पायी है। 29. पति या ईश्वर के मामले में शंका की कोई गुंजाइश तभी बनती है जब ईश्वर की भक्ति परकीयत्व को आधार बनाये और पति बहुपतित्व की योजना में हो। 30. दुर्गा सप्तशती में देवी माँ बहुपतित्व का वैसा कोई संकेत नहीं करतीं जैसा इस पुराकथा में मीव करती है: One man in the shadow of another.