21. दर्शक के लिये एक नियत परिपाटी से जीवन जीते पंडित जी को एक खास रुपरेखा में बाँध लेना मुश्किल हो जाता है। 22. उसका स्वामित्व जाग उठा है, वह इसे भी प्राप्त कर लेना चाहती है, इसकी भी कुंजी अपनी आँचल में बाँध लेना चाहती है. 23. पाठक को तुरत बाँध लेना और जब सम्मोहन अपने चरम पर पहुँच जाए तो तुरत पटाक्षे प. सारी कला इसी पटाक्षेप में निहित है. 24. खयालात के बिखराव को अपनी गिरफ्त में बाँध लेना और उन्हें खूबसूरत लफ़्ज़ों की सौगात दे पाना बड़ी महारत और सूझ-बूझ का काम है और.... 25. इस तड़ित को बाँध लेना , दैव से मैंने न माँगा-मूर्ख इतना हूँ नहीं मैं, इतना नहीं है भाग्य मेरा... पूँछ लूं मैं नाम तेरा... 26. निजीकरण, उदारीकरण और वैश्वीकरण वास्तव में पूँजीवाद और साम्राज्यवाद की ज़बरदस्त साजिश है, जिससे वह विश्व को नयी बेड़ियों में बाँध लेना चाहता है। 27. काटी गई फसल को तुरंत बोझों में बाँध लेना चाहिये, क्योंकि कटाई के समय तेज हवा चलने से कटी हुई फसल उड़ कर खराब हो जाती है। 28. अगले ज़ुमेरात को अपने बाँयीं बाँह में सुबह नौ बज कर गपतालिस मिन्ट पर बाँध लेना और किसी काने काले कुत्ते को कोई काली चीज खिला देना । 29. अगर कुंडली ना हो और मानसिक अवसाद ज्यादा रहता हो तो सफ़ेद और हरे रंग के धागे को आपस में मिला कर अपनी कलाई में बाँध लेना चाहिए। 30. अगले ज़ुमेरात को अपने बाँयीं बाँह में सुबह नौ बज कर गपतालिस मिन्ट पर बाँध लेना और किसी काने काले कुत्ते को कोई काली चीज खिला देना ।