21. बीसवीं शताब्दी में हिन्दी एवं उसकी बोलियों पर कई विद्वानों ने भाषाशास्त्रीय अध्ययन किया । 22. बीसवीं शताब्दी में हिन्दी एवं उसकी बोलियों पर कई विद्वानों ने भाषाशास्त्रीय अध्ययन किया । 23. लोक और लौक में ज्यादा अंतर नहीं है, भाषाशास्त्रीय दृष्टिकोण तो आप ही बताएंगे. 24. भाषाशास्त्रीय दृष्टि से भी आपके शब्द और वक्तव्य बजते हुये दिखाई नहीं दे रहे हैं ।25. भारतीय भाषाशास्त्रीय चिंतन ' सन् 1976 में राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी, जयपुर से प्रकाशित हुई। 26. इसमें संदेह नहीं कि उर्दू का भाषाशास्त्रीय ढाँचा हिंदी के भाषाशास्त्रीय ढाँचे से अलग नहीं है। 27. इसमें संदेह नहीं कि उर्दू का भाषाशास्त्रीय ढाँचा हिंदी के भाषाशास्त्रीय ढाँचे से अलग नहीं है। 28. वैसे दो तीन पुस्तकें और भी हैं, पर उनका दृष्टिकोण परिचयात्मक या साहित्यिक है, शुद्ध भाषाशास्त्रीय नहीं। 29. फिल्म भाषाशास्त्रीय एवं `नई-लहर ' फिल्मों का विवेचन करने के बाद अब फिल्म की भाषाको समझना संभव है. 30. फिल्म भाषाशास्त्रीय एवं `नई-लहर ' फिल्मों का विवेचन करने के बाद अब फिल्म की भाषाको समझना संभव है.