21. इस व्यवस्था में तीन प्रकार के विशेषज्ञ होते थे-विनिश्चय महामात्र , व्यावहारिक, और सूत्राधार। 22. अपनी विकासयात्रा में महामात्र शब्द का महावत रूप ही आज बचा हुआ है । 23. इस व्यवस्था में तीन प्रकार के विशेषज्ञ होते थे-विनिश्चय महामात्र , व्यावहारिक, और सूत्राधार। 24. अशोक के अन्य महामात्र इन अर्धस्वशासित राज्यों में धम्म महामात्रों द्वारा धर्म प्रचार करवाते थे। 25. राजस्व, सीमांकन, धर्मशास्त्र, रनिवास आदि के प्रबन्ध-कर्म से जुड़े उच्चाधिकारियों को महामात्र कहा जाता था । 26. इस व्यवस्था में तीन प्रकार के विशेषज्ञ होते थे-विनिश्चय महामात्र , व्यावहारिक, और सूत्राधार। 27. गौरतलब है कि अशोक कालीन प्रशासनिक व्यवस्था सम्बन्धी शिलालेखों में महामात्र शब्द का प्रयोग हुआ है । 28. महामात्र से महावत बनने का क्रम कुछ यूँ रहा होगा-महामात्र > महामात्त > महावत्त > महावत ।29. महामात्र से महावत बनने का क्रम कुछ यूँ रहा होगा-महामात्र > महामात्त > महावत्त > महावत । 30. महामात्र वाले महावत से इसका कोई व्युत्पत्तिक रिश्ता नहीं है, ऐसा मैने लिखा भी नहीं है ।