21. वर्तमान दिशानिदेशों के अनुसार, गतिविधि की किस्म/निवेश के आधार पर, मियादी ऋण के घटक की अदायगी अधिकतम 5 वर्ष में होगी। 22. यह मियादी ऋण उपलब्ध कराने वाले प्रमुख बैंकों में बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और पंजाब नैशनल बैंक शामिल हैं। 23. भूमि के बंधीकरण द्वारा प्रस्तावित प्रतिभूति का मूल्य और ट्रैक्टर के दृष्टिबंधक को संस्वीकृत मियादी ऋण की राशि का दोगुणा होना चाहिए। 24. भूमि के बंधीकरण द्वारा प्रस्तावित प्रतिभूति का मूल्य और हार्वेस्टर कंबाईन के दृष्टिबंधक को संस्वीकृत मियादी ऋण की राशि का दोगुणा होना चाहिए। 25. कृषि मियादी ऋण की अदायगी जैसे एमआई, ट्रैक्टर, पम्प सेट आदि हेतु संबंधित योजनाओं में नाबार्ड द्वारा निर्धारित अदायगी अवधि को स्वकृति दी जाए। 26. इसके अतिरिक्त एन. एस.टी.एफ.डी.सी. के पास मियादी ऋण एवं विपणन समर्थन सहायता योजनाएं है, इन योजनाओं एवं अन्य योजनाओं का ब्यौरा वेबसाइट पर उपलब्ध है। 27. इनमें मियादी ऋण योजना, आदिवासी महिला सशक्तिकरण योजना, लघु ऋण योजना, स्वयं सहायता योजना और ट्राइफेड के प्रशिक्षित कारीगरों के लिए योजनाएं शामिल हैं। 28. केवल मियादी ऋण में ही आवेदकं को अपनी पूंजी भी लगानी होती है ताकिं आवेदक की भी भागीदारी परियोजना में सुनिश्चित हो सके । 29. वे ऋण, अग्रिम, हुंडियों पर बट्टा, परियोजना वित्त पोषण, मियादी ऋण निर्यात वित्त पोषण आदि के रूप में कंपनियों को ऋण सहायता मुहैया कराते हैं। 30. सीमा 12 महीनों की अवधि के लिए उपलब्ध है, जो वार्षिक अंतराल पर नवीकृत रहेगी और 60 माह के मियादी ऋण के लिए उपलब्ध है।