21. लेकिन तभी तिलोका का मुरगा भी छटपटा कर चित हो गया । 22. पुलिसिया ख़ौफ में वह उंकड़ू हुआ ऐसे बैठा था गोया मुरगा बना हुआ हो। 23. हम तो बकरा व मुरगा तक नहीं खाते जो कि हलाल किया गया हो। 24. पुलिसिया ख़ौफ में वह उंकड़ू हुआ ऐसे बैठा था गोया मुरगा बना हुआ हो। 25. ताली पीटकर वह घूमने लगी-“तेरा मुरगा हारा, मेरा मुरगा जीता, मेरा मुरगा जीता!” 26. ताली पीटकर वह घूमने लगी-“तेरा मुरगा हारा, मेरा मुरगा जीता, मेरा मुरगा जीता!” 27. ताली पीटकर वह घूमने लगी-“तेरा मुरगा हारा, मेरा मुरगा जीता, मेरा मुरगा जीता!” 28. एक मुरगा उचट कर दूसरे की पीठ पर मार करता तो दूसरा तुरन्त जवाब देता । 29. “ठहरो”-सुलक बोला-" मुरगा चाहे तेरा जीता हो तिलोका, पर तूने देखा, लड़ाई का फल क्या होता है । 30. चन्द्रभानु गुप्त सूरज को चोंच में लिए मुरगा खड़ा रहा खिड़की के पर्दे खींच दिए रात हो गई।