21. वीर स्त्रियाँ स्वयं धनुषवाण लेकर योद्धाओं से युद्ध करने युद्ध-क्षेत्र में जाती थीं। 22. युद्ध-क्षेत्र में नागरिक प्रशासन बिलकुल नहीं रहा और विकास तो रुक ही गया.23. धार्मिक मान्यताओं में प्रार्थना-अभ्यर्थना हेतु तथा राजनीति में युद्ध-क्षेत्र में इसका प्रयोग हुआ । 24. धार्मिक मान्यताओं में प्रार्थना-अभ्यर्थना हेतु तथा राजनीति में युद्ध-क्षेत्र में इसका प्रयोग हुआ । 25. आकांक्षा, पुरुषार्थ, ज्ञान का उदय मोहनेवाला है॥किंतु यहाँ झंझट है भारी युद्ध-क्षेत्र संसार बना। 26. केवल युद्ध-क्षेत्र में ही नहीं, रौद्र रुपों की झांकी अन्यत्र भी मिलती है। 27. युद्ध-क्षेत्र में नागरिक प्रशासन बिलकुल नहीं रहा और विकास तो रुक ही गया.28. युद्ध-क्षेत्र में नागरिक प्रशासन बिलकुल नहीं रहा और विकास तो रुक ही गया.29. आकांक्षा, पुरुषार्थ, ज्ञान का उदय मोहनेवाला है॥ किंतु यहाँ झंझट है भारी युद्ध-क्षेत्र संसार बना। 30. युद्ध-क्षेत्र में अपनी तोपों आदि को छिपाने के लिए वृक्षों की पत्तियों आदि से ढकना।