21. कम वस्त्र पहनें: त्वचा में असंख्य रोमकूप (छोटे-छोटे छिद्र) हैं। 22. शरीर में तेज़ रक् त संचार होता है और रोमकूप खुल जाते हैं। 23. के संवर्धन संस्कृतियों की खेती के लिए, 47 मिमी 0.45 माइक्रोन रोमकूप आकार 24. धरती शीतल हुई, उसके धूल-मिट्टी से लिपटे-झुलसे तन पर रोमकूप फूट पड़े। 25. इस प्रकार की मालिश और स्नान से शरीर के रोमकूप खुल जाते हैं। 26. यह मृत चमड़ी का बनना मुल्तवी रखती है ताकि रोमकूप खुले रहें. 27. यदि प्राकृतिक समुदाय की विविधता वांछित है, 47 मिमी 0.45 माइक्रोन रोमकूप आकार के 28. इससे चेहरे की त्वचा के रोमकूप खुल जाएंगे और फेस मास्क अधिक प्रभाव छोडेग़ा। 29. रोमकूप आकार में बहुत छोटे होते होते है पर इनका काम बहुत महत्वपूण है।30. रोमकूप के दो पटल (छोअट्) होते हैं-अंदरवाला बाह्यत्वचा के अनुरूप तथा बाहरवालात्वक् (ढेर्मिस्) के अनुरूप.