21. जनवरी १८०९-७ अक्तूबर १८४९) अमरीकन रोमांसवाद के कवि, लेखक, संपादक और आलोचक थे। 22. यह दूसरे प्रकार का रोमांसवाद , यथार्थवाद न होते हुए भी सामाजिक यथार्थवाद का ही सहचर है। 23. यथार्थवाद और रोमांसवाद के सम्बन्धों पर विचार व्यक्त करते हुए, गोर्की ने लिखा है-“ 24. गोर्की जिसे ‘ सक्रिय ' रोमांसवाद कहते हैं वह सामाजिक यथार्थवाद के निकट और अनुकूल है। 25. कमोबेश रोमांसवाद का एक उल्लेखनीय दौर भारतीय हिंदी साहित्य जगत में भी उदित हु आ. ‘ 26. यथार्थवाद की परिणति प्रकृतिवाद और नव्य रोमांसवाद तथा बिंबवाद आदि से ऊबकर उसकी प्रतिक्रिया में अभिव्यंजनावाद चला। 27. सामने की दुनिया से असंतुष्ट होकर अधिकांश कवि रोमांसवाद की पलायनवादी प्रेरणाओं से एकात्म हो रहे थे। 28. यह दूसरे प्रकार का रोमांसवाद , यथार्थवाद न होते हुए भी सामाजिक यथार्थवाद का ही सहचर है। 29. यथार्थवाद की परिणति प्रकृतिवाद और नव्य रोमांसवाद तथा बिंबवाद आदि से ऊबकर उसकी प्रतिक्रिया में अभिव्यंजनावाद चला। 30. विश्व कविता के क्षेत्र मे इधर रोमांसवाद से लेकर एब्सर्डवाद और पोस्टमाडर्नवाद तक आ और जा चुके है.