21. ब्राह्मणों की सेवा के लिए 36000 वणिक् उत्पन्न किये गये थे, जिनका नाम 22. कुछ यात्राओं के लिये कई वणिक् एकत्रित हो संघ भी स्थापित कर लेते थे। 23. कुछ यात्राओं के लिये कई वणिक् एकत्रित हो संघ भी स्थापित कर लेते थे। 24. अथवा वे गोभुज वणिक् पृथ्वी को फाड़कर बाहर आये थे, इसीलिए गो भुज कहलाते 25. जहाज के स्वामी, माल भेजनेवाले वणिक् और यात्रियों के संबंध में स्पष्ट नियम निर्धारित थे। 26. पर दृष्टि दी होती, जिनकी सेवा के लिए वे वणिक् उत्पन्न किये गये, तो यह 27. वणिक् की कन्या को पता लगा कि बनिये के घर कुआँ खोदा जा रहा है।28. जहाज के स्वामी, माल भेजनेवाले वणिक् और यात्रियों के संबंध में स्पष्ट नियम निर्धारित थे। 29. में बीसों जगह वणिक् शब्द उन अनुचरों के लिए आया हैं और उनकी संज्ञा (नाम) 30. बुद्ध के समय में उत्तरी भारत के मध्य देश के वणिक् दक्षिण भारत में गए थे।