21. उन्हें लगा, कहीं यह वनदेवता तो नहीं? पर बब्बू राजा ने बताया, ” यह रामलु काका हैं। 22. वनदेवता -चलो सिद्धार्थ! तुम्हें वहाँ तक जाना है, जहाँ निखिल यात्रा विश्राम बन कर थम गयी है ।23. अपने साथ लाये जल से उन्हें होश में लाकर वनदेवता के लिए लाये भोजन सामग्री से उसकी क्षुधातृष्टि की. 24. और उन्होंने कुछ पावन वनों में घुसकर वृक्षों को काटा और दिखलाया कि वनदेवता उनको कोई भी दण्ड नहीं दे सके। 25. वनदेवता -चलो सिद्धार्थ! तुम्हें वहाँ तक जाना है, जहाँ निखिल यात्रा विश्राम बन कर थम गयी है ।26. वनदेवता -ओ ब्रह्माण्ड को ज्योतित करने निकले अमल ज्योतिपुंज! ओ अनंत के अभ्र! अपनी तृषित धरती को अमृत दो ।27. वनदेवता -ओ ब्रह्माण्ड को ज्योतित करने निकले अमल ज्योतिपुंज! ओ अनंत के अभ्र! अपनी तृषित धरती को अमृत दो ।28. वह गा रहा है और कह रहा है-उठो, जागो मेरे भाई वनदेवता तुम्हें जगा रहे हैं नींद से अब और सोने का समय नहीं 29. संकरे माथे पर नीचे की ओर आ रहे भूरे बालों का गुच्छा, चौडी नाक और पतले चेहरे वाला मार्सेल प्राचीन रोमवासियों के वनदेवता की तरह दिखाई देता है। 30. वनदेवता : महामना! समय के रंध्र से अपने विजय-रथ को निकालो! तुम्हारे अनेक जन्मों के पुण्य तुम्हारे मर्त्य-जीवन में यश और वैभव बन कर उगे थे।