क्या अभियुक्त बनवारीलाल तहसीलदार आबूरोड के पद पर लोक सेवक की हैसियत से कार्य करते हुये परिवादी का उक्त कार्य करने की एवज में हेतु या ईनाम के रूप में वैध पारिश्रमिक से भिन्न रिश्वत की राशि मांग कर को बतौर रिश्वत के सह अभियुक्त कालूराम को दिलाकर प्राप्त कर अपराधिक दुराचरण किया।
22.
परिवादी मूलाराम से लेकर अभियोजन पक्ष के विभिन्न साक्षियों जगदीशदान, भूरसिंह, तुलसाराम व स्वरूपकुमार की साक्ष्य से यह प्रकट हुआ है कि आरोपी पटवारी मगाराम ने परिवादी मूलाराम से नेखमबन्दी के नाम पर पांच सौ रू0 मांगे और दिनाँक 20.7.2004 को बाड़मेर में प्राइवेट बस स्टेण्ड पर तीन सौ रू0 प्राप्त किए जो उसका वैध पारिश्रमिक नहीं है।
23.
क्या अभियुक्त रामेश्वरलाल व अभियुक्त भागीरथराम ने साथ मिलकर परिवादी भवानीसिंह से खोले जाने वाले स्कूल का पंजीयन करवाने की एवज में वैध पारिश्रमिक से भिन्न हेतु या ईनाम के रूप में रिश्वत राशि प्राप्त करने के लिये दिनांक19-6-2002 को अपराधिक षडयन्त्र रचा व इसकी क्रियान्विति में उक्त दिनांक को 4300 /-रूपये रिश्वत के प्राप्त कर अपराधिक कृत्य किया।
24.
आपराधिक प्रकरण सं0 44 / 2004-40-राज्य विरूद्ध चौथाराम 31. अब इसी क्रम में यहाँ यह निर्धारित किया जा रहा है कि क्या अभियोजन कहानी अनुसार परिवादी रूपाराम द्वारा आरोपी पटवारी चौथाराम को दी गई राशि (400/-रू0) एक वैध पारिश्रमिक से भिन्न परितोषण है अथवा अभियुक्त द्वारा प्रस्तुत स्पष्टीकरण व साक्ष्य अनुसार उसे यह राशि विभिन्न नकलें जारी करने के लिये दी गई?
25.
आया अभियुक्त तरूणकुमार सोनी ने सहायक अभियन्ता, अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. नागौर के पद पर लोक सेवक की हैसियत से पदस्थापित रहते हुये परिवादी गोविन्दराम से मीटर लगाने की एवज में दिनांक 11-8-2000 को वैध पारिश्रमिक से भिन्न इनाम या हेतु के रूप में बतौर रिश्वत के रूप में अवैध रूप से 2000/-रूपये की मांग कर प्राप्त कर अपराधिक अवचार किया।
26.
क्या अभियुक्त भागीरथ ने कनिष्ठ लिपिक सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितिया नागोर के पद पर लोक सेवक की हैसियत से कार्य करते हुये परिवादी भवानीसिंह से स्कूल का पंजीयन करवाने की एवज में हेतु या ईनाम के रूप में वैध पारिश्रमिक से भिन्न रिश्वत की राशि मांग कर दिनांक 19-6-2002 को 4300 /-बतौर रिश्वत के सह अभियुक्त रामेश्वरलाल को दिलाकर प्राप्त कर अपराधिक दुराचरण किया।
27.
क्या अभियुक्त महेन्द्रकुमार सोनी ग्रामोद्योग प्रसार अधिकारी रियाबडी अतिरिक्त चार्ज पंचायत समिति नागौर के पद पर लोक सेवक होते हुये जिला खादी ग्रामोद्योग नागोर में ऋण इन्चार्ज होते हुये परिवादी का लोन पास करने के सम्बन्ध में प्रोजेक्ट रिपोर्ट देखने व डेढ लाख का लोन पास करवाने के एवज में वैध पारिश्रमिक से भिन्न हेतु या ईनाम के रूप में रिश्वत राशि प्राप्त कर अपराधिक दुराचरण किया?
28.
इस प्रकार के अपराध के लिये आवश्यक यह है कि वह आरोपी व्यक्ति यदि लोक सेवक के रूप में अपनी पदीय स्थिति का दुरूपयोग करके किसी व्यक्ति को पक्षपातपूर्ण कृत्य करने अथवा करवाने का भरोसा दिलाकर उसके एवज में वैध पारिश्रमिक से भिन्न उससे कोई राशि प्राप्त करता है तो उसका कृत्य भारतीय दण्ड संहिता की धारा 161 (अब अधिनियम की धारा 7) की परिधि में आता है।
29.
क्या अभियुक्त कालूराम व अभियुक्त बनवारीलाल ने साथ मिलकर परिवादी नरेन्द्रकुमार सैनी से उसका प्लोट जो कि धोबीघाट चान्दमारी रोड पर आया हुआ हैं, आबादी में परिवर्तित करने की एवज में वैध पारिश्रमिक से भिन्न हेतु या ईनाम के रूप में रिश्वत राशि प्राप्त करने के लिये दि0 दिनांक 8-2-2002 को अपराधिक षडयन्त्र रचा व इसकी क्रियान्विति में उक्त दिनांक को 1000/-रूपये रिश्वत के बतौर प्राप्त किये।
30.
उपर्युक्त विवेचन के आधार पर मेरी राय में, पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्य से यह सिद्ध है कि अभियुक्त ने परिवादी से उसके घरेलु विद्युत कनेक्शन करवाने की एवज में रिश्वत राशि की मांग की तथा दिनांक 5-1-2005 को अभियुक्त ने परिवादी से वैध पारिश्रमिक से भिन्न चार सौ रूपये की पाउडरयुक्त राशि प्राप्त की जो राशि टेªप कार्यवाही के दौरान अभियुक्त के पहनी हुई पेन्ट की जेब से बरामद हुई।
वैध पारिश्रमिक sentences in Hindi. What are the example sentences for वैध पारिश्रमिक? वैध पारिश्रमिक English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.