21. सारांष यह कि सर्वहारा विवाह व्युत्पत्तिमूलक अर्थ में एकनिष्ठ होता है, परन्तु ऐतिहासिक अर्थ में नहीं। 22. हिन्दी, उर्दू, फ़ारसी के शब्दकोशों में पैग़ाम के बारे में व्युत्पत्तिमूलक जानकारी नहीं मिलती । 23. ' छंद' का व्युत्पत्तिमूलक अर्थ: बताते हुए कहते हैं इस शब्द का सर्वप्रथम उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। 24. आप अगर यह कहना चाहते हैं कि बघार और घी में व्युत्पत्तिमूलक रिश्ता है तो उसका प्रमाण कहां है? 25. आप अगर यह कहना चाहते हैं कि बघार और घी में व्युत्पत्तिमूलक रिश्ता है तो उसका प्रमाण कहां है? 26. व्युत्पत्तिमूलक अर्थ देखें तो ‘अच्छ ' में विशुद्ध, निर्मल, उज्ज्वल, पारदर्शी जैसे भाव हैं अर्थात जो कुछ स्वच्छ है, वही ‘अच्छ' है।27. अब अव्यय के रूप में सहमतिसूचक या कहे विस्मयादिबोधक के तौर पर ‘अच्छ ' के इन व्युत्पत्तिमूलक भावों की क्या व्याख्या हो सकती है? 28. व्युत्पत्तिमूलक अर्थों को पुराने रूपों के आधार पर दिया गया है और कुछ हिंदी शब्दों के धातुओं का भी निर्धारण हुआ है ।29. तार्किक नज़रिए से देखा जाए तो भी और व्युत्पत्तिमूलक ध्वनिसाम्य के नज़रिए से मेरे मत मे भी “शयन” में ही “चैन” के जन्मसूत्र मिलते हैं । 30. अब अव्यय के रूप में सहमतिसूचक या कहे विस्मयादिबोधक के तौर पर ‘ अच्छ ' के इन व्युत्पत्तिमूलक भावों की क्या व्याख्या हो सकती है?