21. दृष्टिकोण अस्तित्व, सामाजिक सत्ता मूल रूप से समाज की सामाजिक पूंजी के द्वारा परिभाषित किया गया था. 22. इस के साथ साथ नई किस्म के ऊर्जा संसाधनों पर सामाजिक पूंजी का ध्यान भी आकर्षिक हुआ है। 23. सामाजिक पूंजी के इस क्षरण की कीमत किसी न किसी रूप में हम सभी चुका रहे हैं.24. अब इस एक रुपये के लिए आशायें अपनी सामाजिक पूंजी को दाँव पर लगाने से झिझक रही हैं। 25. सूखा-सूखा ज्ञान ठूंसने की बजाए नैतिकता और मूल्य सामाजिक पूंजी के सृजन में बड़ी भूमिका निभाते हैं। 26. इनके पास सांस्कृतिक और सामाजिक पूंजी पर्याप्त मात्रा में है लेकिन आर्थिक पैमाने पर ये तुलानात्मक रूप से कमजोर हैं. 27. इस पक्ष में सरकार को ज़्यादा खर्च करने के साथ अधिक सामाजिक पूंजी का इस्तेमाल करके कानूनी गारंटी भी देनी चाहिये। 28. वरिष्ठ नागरिकों के पास अनुभव की अपार पूंजी है, लेकिन हमने उन्हें अनुपयोगी समझकर सामाजिक पूंजी से अलग कर दिया है। 29. वहीं हमारा मानना है कि किसी भी देश के विकास में वहां की सामाजिक पूंजी और सांस्कृतिक परंपरा की अहम भूमिका रहती है। 30. वे पार कार्यात्मक, पार संगठनात्मक संबंधों को प्रबंधित सीखना, सामाजिक पूंजी का विकास होगा, और बनाने और संगठनात्मक रणनीतिक भागीदारों के प्रबंधन....