21. सिद्धार्थ सादर प्रणाम करके साश्चर्य उस रात्रि में ज्योतित करती नारी-मूर्ति को निहारने लगते हैं ।) 22. सभासदों ने साश्चर्य कहा, “ यह दरिद्री आपका मौसेरा भाई कैसे हो सकता है! ” 23. उसने साश्चर्य महिला से कहा, “ बहिनजी, आपकी ट्रेन तो कल ही जा चुकी है । 24. साश्चर्य बजाजजी ने पूछा, ‘ आपने यह पत्र फाड़ क्यों दिया? सही बात जो लिखी थी।25. ' क्या? ' जयराज ने साश्चर्य कहा, ' गाड़ी के रुपए कांग्रेस को देने होंगे? 26. शिक्षक ने अंत में साश्चर्य उसे रोका तो देखा कि उनके हाथ से खून बह रहा है. 27. उस सरसों के साग को वहाँ के सागों ने साश्चर्य देखा होगा और उसके भाग्य की सराहना की होगी। 28. उसकी पत्नी ने साश्चर्य पूछा, “ इस भयानक तूफ़ान में भी तुम्हें जरा भी डर नहीं लग रहा है! ” 29. ' ' राजा ने बैजनाथसिंह की ओर साश्चर्य देखकर कहा, ‘‘ बदला? वह तो तुम्हारे पराक्रम से मैं ने पूरा-पूरा चुका लिया। 30. ' ' युधिष्ठिर ने साश्चर्य प्रश्न किया-‘‘ पुत्र! मैंने तो तुम्हें कभी भी चक्रव्यूह भेदन सीखते न देखा और न ही सुना।