21. स्टोइक दार्शनिकों ने ही, पहले पहल मन को कोरी पट्टी (टेबुला राजा) ठहराया था।22. स्टोइक दार्शनिकों ने ही, पहले पहल मन को कोरी पट्टी (टेबुला राजा) ठहराया था।23. ईसा पूर्व 342 ईस्वी में जन्मा यह प्रतिभाशाली यूनानी दार्शनिक स्टोइक दर्शन का जन्मदाता था. 24. स्टोइक विचार के अनुसार जीवन में मौलिक सूत्र यह है-कष्ट सहन करो, भोगों में अलिप्त रहो।25. जर्मन दार्शनिक कांट के मत में स्टोइक नीति की व्याप्ति का उल्लेख ऊपर किया जा चुका है। 26. किंतु, आधुनिक अंग्रेज विचारक जॉन लॉक (1632-1714) की भाँति, स्टोइक मन को निष्क्रिय ग्राहक नहीं मानते थे। 27. स्टोइक विचार के अनुसार जीवन में मौलिक सूत्र यह है-कष्ट सहन करो, भोगों में अलिप्त रहो।28. जर्मन दार्शनिक कांट के मत में स्टोइक नीति की व्याप्ति का उल्लेख ऊपर किया जा चुका है। 29. एपिक्टेटस (जन्म वर्ष 55-मृत्यु वर्ष 135) यूनानी महात्मा और स्टोइक दार्शनिक थे. 30. किंतु, आधुनिक अंग्रेज विचारक जॉन लॉक (1632-1714) की भाँति, स्टोइक मन को निष्क्रिय ग्राहक नहीं मानते थे।