21. परमेश्वर ने कैन की भेंट नहीं, पर हाबिल की भेंट को ग्रहण किया। 22. “हाँ, ” हाबिल ने धीरे से कहा, “जब तक पछतावा रहता है, गुनाह भी रहता है।” 23. हाबिल का लहू परमेश्वर से दोहाई दे रहा था कि हे प्रभु मेरा पलटा ले।24. रामेश्वरम में आज भी हाबिल और काबिल की 60-60 फुट लंबी कब्रें हैं। 25. हाबिल की मृत्यु के बाद एक दिन अचानक कैन और हाबिल की मुलाकात हो गई।26. हाबिल की मृत्यु के बाद एक दिन अचानक कैन और हाबिल की मुलाकात हो गई। 27. उसने बताया कि अधिकतर घटनाओं में उसका व हाबिल चेरवा का ही इस्तेमाल किया जाता रहा। 28. “और रक्त एक शब्द है, हाबिल के खून से गवाही दी है, भगवान के साथ धर्मी 29. पुराने व्यवस्थान में, हम हाबिल द्वारा ईश्वर को चढ़ाए गए मेमने के विषय में पढ़ते हैं। 30. परमेश्वर ने हाबिल की भेट को स्वीकार किया तथा कैन की भेट को स्वीकार नहीं किया।