31. जिसके पास नहीं है क्या क्या नहीं करवाता उससे? अकरणीय से भी अकरणीय करवाता है, इज्जत-आबरू तक उतार देता है। 32. इन गर्हित भावनाओं के कारण मनुष्य की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है और इससे वह अकरणीय कार्य करता रहता है। 33. गीता के अनुसार ‘ किं कर्म किमकर्मेति कवयोऽप्यत्र मोहिता: ' संसार में करणीय क्या है और अकरणीय क्या है? 34. यूँ बस्तर की घोटुल परम्परा में पल्लवित-पुष्पित लल्ली के लिए यह आचरण लेश भी अशोभनीय या अकरणीय नहीं था... 35. आज से २ ६ ०० वर्ष पहले अकरणीय के लिए एक और शब्द प्रयोग में आता था-विनय. 36. अधिक नहीं, मात्र चालीसेक साल पहले हमारे समाज में स्टील के बर्तनों में खाना खाने को अकरणीय माना जाता था। 37. कणाद ने भी शपथ लेते हुए माता को आश्वस्त किया कि इस प्रकार का अकरणीय भविष्य में कदापि घटित न होगा... 38. श्रीकंठता से भगवान् की भ्क्तवत्सलता चमकती है कि वे हमपर कितने कृपालु हैं, जो हमारे लिए अकरणीय भी कर जाते हैं। 39. जिसके पास नहीं है क्या क्या नहीं करवाता उससे? अकरणीय से भी अकरणीय करवाता है, इज्जत-आबरू तक उतार देता है। 40. जिसके पास नहीं है क्या क्या नहीं करवाता उससे? अकरणीय से भी अकरणीय करवाता है, इज्जत-आबरू तक उतार देता है।