31. आज प्रत्यक्ष ज्ञानी पूज्य दीपकभाई आत्मज्ञान की उपलब्धि अद्वितीय अक्रम मार्ग से करवाते हैं। 32. इसलिए ही तो हमने अक्रम विज्ञान दिया है, कितना सुंदर अक्रम विज्ञान है। 33. इसलिए ही तो हमने अक्रम विज्ञान दिया है, कितना सुंदर अक्रम विज्ञान है। 34. अक्रम अर्थात् बिना क्रम के, और क्रमिक अर्थात् सीढ़ी दर सीढ़ी, क्रमानुसार उपर चढना।35. यही कारण था कि उनके भीतर करुणा और अदभुत “ अक्रम विज्ञान ” प्रकट हुआ। 36. यहाँ पर अक्रम विज्ञान ने अध्यात्म को सांसारिक जीवन के केन्द्र में रख दिया है। 37. जेनेवा स्थित पाकिस्तान के प्रतिनिधि मंडल के राजदूत जमिर अक्रम ने अपने भाषण में कहा 38. यह ज्ञान जिसे अक्रम विज्ञान कहते हैं, ज्ञानी पुरुष ए. एम. पटेल की देन है। 39. इस अक्रम मार्ग से मिलनेवाले आत्मज्ञान से जीवन की सभी समस्याओं का निवारण किया जा सकता है। 40. इस अक्रम मार्ग से मिलनेवाले आत्मज्ञान से जीवन की सभी समस्याओं का निवारण किया जा सकता है।