31. वह ‘ अज्ञात वास ' में है एक बरस से नहीं कई सदी से एक अंत हीन अज्ञात वास में युद्धरत और मैं 32. वह ‘ अज्ञात वास ' में है एक बरस से नहीं कई सदी से एक अंत हीन अज्ञात वास में युद्धरत और मैं 33. ऐसा कहा जाता है कि प्रदेश के मंडी जिला के जंजैहली गाँव में पांडवों ने अज्ञात वास के दौरान काफी समय गुजारा था। 34. जहाँ तक इस अज्ञात इंसान वाली बात है तो पहले तो नमन इनको मेरा ये आजक अज्ञात वास में है ली न... 35. दूसरा प्रसंग देखें महाराज युधिष्ठर का! किस्सा अज्ञात वास के दिनों का है! एक दिन सुबह सुबह की बात है! 36. प्रश्न ये है कि आखिर “ कुमार जलजला ” कल ढाबे से “ दाल-रोटी ” खाकर किस अज्ञात वास में चला गया....???? 37. माता की इस जिद के बावजूद अज्ञात वास के दौरान तीर्थ स्थलों की यात्रा पकड़े जाने के डर से पांडव नहीं कर सकते थे। 38. ' यदि पांडव उस समय के अज्ञात वास में थे तब उन्हें ३ ६ ५ बावड़ी खोदनी चाहिए थी न कि ३ ६ ० ' 39. हिमांशु (तनिक अज्ञात वास पर हैं), और फलाने फलानी (कुछ इन दिनों अपुन से तुनक मिजाजी दिखा रही हैं)... 40. अज्ञात वास के दौरान अर्जुन ने विराट नरेश के महल में किन्नर वृहन्नलला बनकर एक साल का समय गुजारा, जिससे उसे कोई पहचान ही नहीं सका।