31. द्रव हिलियम्का प्रयोग अतिचालक पदार्थों को अत्यधिक ठण्डा करके उन्हें अतिचालक अवस्था में ले जाने के लिये किया जा रहा है। 32. द्रव हिलियम्का प्रयोग अतिचालक पदार्थों को अत्यधिक ठण्डा करके उन्हें अतिचालक अवस्था में ले जाने के लिये किया जा रहा है। 33. १) बहुत अधिक चुम्बकीय क्षेत्र तीव्रता वाले चुम्बक (जैसे १० टेस्ला) बनाने के लिये अतिचालक तारों का प्रयोग किया जाता है। 34. द्रव हिलियम्का प्रयोग अतिचालक पदार्थों को अत्यधिक ठण्डा करके उन्हें अतिचालक अवस्था में ले जाने के लिये किया जा रहा है। 35. द्रव हिलियम्का प्रयोग अतिचालक पदार्थों को अत्यधिक ठण्डा करके उन्हें अतिचालक अवस्था में ले जाने के लिये किया जा रहा है। 36. इन ट्रेनों में अतिचालक चुम्बकों का इस्तेमाल होता है जो एक अधिक अन्तराल, और प्रतिकारक के तरह का विद्युत गतिबोधक निलंबन (ईडीएस/ 37. अतिचालक तार से बने हुए किसी बंद परिपथ की विद्युत धारा किसी विद्युत स्रोत के बिना सदा के लिए स्थिर रह सकती है।38. अतिचालक तार से बने हुए किसी बंद परिपथ की विद्युत धारा किसी विद्युत स्रोत के बिना सदा के लिए स्थिर रह सकती है।39. इसके विपरीत, अतिचालक पदार्थ का ताप क्रान्तिक ताप से नीचे ले जाने पर, इसकी प्रतिरोधकता तेजी से शून्य हो जाती है। 40. अतिचालक तार से बने हुए किसी बंद परिपथ की विद्युत धारा किसी विद्युत स्रोत के बिना सदा के लिए स्थिर रह सकती है।